शनिवार, 23 अगस्त 2014

रीत -रिवाज अजब गजब

रीत -रिवाज
अजब गजब 
केशकाल ,कांकेर,छत्तीसगढ़ से तीन किलो मीटर दूर भंगाराम में शनिवार को दिन भर अदालत लगी रही। फरियादी थे आमलोग और आरोपी देवी देवता और जज थीं आराध्य भंगाराम देवी। तकरीबन २०० देवी देवता यहाँ आरोपी बना कर लए गए थे ,उनपर आरोप था कि जो मन्नतें उनसे मांगी गयीं वो पूरी नहीं हुई। शाम ४ बजे तक चली अदालत फिर फैसला आया कि ५० देवी देवताओं को छह महीने से ले कर दो साल तक मंदिर के पीछे फ़ेंक दिया जाये। 
  केशकाल इलाके के नौ परगना में दो सौ गांवो के हज़ारो लोग इसमें शामिल हुए। गाजे बाजे के साथ देव पहाड़ी पर बने भंगाराम देवी के मंदिर पहुंचे। कुछ ने मवेशी को होने वाली बीमारी के लिए एक देव को दोषी मान शिकायत की ,कुछ की फसल ख़राब हो गयी पर देवी ने मदद नहीं की -इस टाइप की शिकायते चलती रहीं। शिकायतों की सुनवाई के बाद प्रमुख देवी भंगाराम ने न्यायधीश बन सजा सुनाई। ग्रामीणो ने दोषियों को उनके प्रतिक चिन्ह आँगा डांग आसान सिक्के जेवरात रूपये इत्यादि के साथ मंदिर के निकट खुले जेल में फ़ेंक दिया। ग्रामीणो के अनुसार जब देवी देवताओं की सजा पूरी हो जाएगी तो उन्हें पूजा अर्चना कर ससम्मान वापस लाया जायेगा। देवी देवताओं में एक पठान देव भी थे जिनकी पूजा भक्तो ने मुस्लिम रीति रिवाज से किया। 


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